Edited By Umakant yadav,Updated: 07 Feb, 2021 07:54 PM
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कानपुर की सुरक्षा के तहत बैराज के गेटों को खोल दिया गया है तथा आपात स्थिति में लोगों को दूसरी जगह जाने के लिये तैयार रहने को कहा गया है। उत्तराखंड में आई आपदा को देखते हुए...
कानपुर: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कानपुर की सुरक्षा के तहत बैराज के गेटों को खोल दिया गया है तथा आपात स्थिति में लोगों को दूसरी जगह जाने के लिये तैयार रहने को कहा गया है। उत्तराखंड में आई आपदा को देखते हुए कानपुर जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। गंगा किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारियां हो रही है। सोमवार को आपदा से निपटने के लिए कानपुर सिंचाई विभाग के साथ जिलाधिकारी ने एक बैठक रखी है। बैठक में उत्तराखंड से आ रहे तेज पानी के बहाव को संभालने के लिए क्या तैयारियां होनी है, इस पर चर्चा होगी।
अधिशासी अभियंता बैराज निर्माण खण्ड 2 जे.पी.सिंह ने कहा कि ग्लेशियर टूटने से निर्मित एक बांध टूट गया है। बांध टूटने से गंगा नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। बढ़ रहा पानी हरिद्वार, नरोरा होते हुए वह कानपुर आ रहा है। जिसकी क्षमता लगभग 1 लाख क्युसेक है और इसके 10 दिन में कानपुर आने की सम्भावना है लेकिन इसमे बहुत ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसे रोकने की सारी तैयारियां कर ली गई है।