Edited By Umakant yadav,Updated: 13 Sep, 2021 10:07 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में स्टूडेंट यूनियन हॉल में लगी पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मंडल प्रवक्ता सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम एमयू से हटाने को...
अलीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में स्टूडेंट यूनियन हॉल में लगी पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मंडल प्रवक्ता सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम एमयू से हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिन्ना की तस्वीर को रोडवेज बस स्टैंड के पास स्थित पब्लिक टॉयलेट के अंदर टॉयलेट सीट में लगा दी। इतना ही नहीं, नीचे पड़े टॉयलेट में तस्वीरों को डाल दिया। उनका कहना है कि भारत के टुकड़े करने वाले जिन्ना की तस्वीर को AMU से हटाया जाए।
जिन्ना की तस्वीर को शौचालय के अंदर डाला
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी कल यानि की 14 सितंबर को अलीगढ़ दौरे पर आ रहे हैं। इसके पहले ही जिन्ना की तस्वीर को लेकर यह मामला गर्माने लगा और इसका विरोध शुरू हो गया है। भाजपा मंडल प्रवक्ता शिवांग तिवारी ने कहा कि रविवार को उनके द्वारा जिन्ना की तस्वीर को शौचालय के अंदर डाला गया है। इसके साथ ही कहा- जिन्ना की तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हॉल की बजाए शौचालय में लगी होनी चाहिए। क्योंकि जिन्ना के द्वारा हिंदुस्तान के टुकड़े किए गए। जिसके चलते जिन्ना एक विलेन हैं। इसीलिए जिन्ना की तस्वीर एएमयू छात्र संघ हॉल की जगह शौचालय में होनी चाहिए।
एएमयू छात्र संघ हॉल के अंदर से जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग
इसके साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग है कि जल्द से जल्द एएमयू छात्र संघ हॉल के अंदर से जिन्ना की तस्वीर को हटाएं। अगर एएमयू से जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई जाएगी तो इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन और जिन्ना की तस्वीर को लेकर आक्रोश जारी रहेगा। वहीं घटना के बाद प्रदर्शन कर रहे भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं से पुलिस प्रशासन ने संपर्क किया और उन्हें उनके घर में ही नजर बंद कर दिया गया। इसके साथ ही उन्हें हिदायत दी गई कि पीएम होने तक वह अपने घर से बाहर न निकलें।
युवाओं ने 9 सितंबर को खून से लिखा था पत्र
गौरतलब है कि भाजपा नेता शिवांग तिवारी के नेतृत्व में युवाओं ने 9 सितंबर को जिन्ना की तस्वीर के विरोध में प्रदर्शन किया था और खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से जिन्ना की तस्वीर को AMU से हटाए जाने की मांग की थी। जिसके बाद प्रशासन ने युवाओं को आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा और उनके ज्ञापन को भी केंद्र सरकार तक भेजा जाएगा। इसके बाद भाजपा ने दोबारा रविवार को अपना विरोध जताया।