Edited By Ruby,Updated: 31 Aug, 2018 04:35 PM
ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को एक बड़ा झटका लगा है। एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन किसानों की सहमति नहीं बना पाई है। बताया जा रहा है कि 506 हेक्टेयर पर ही किसानों ने सहमति दी है जबकि एयरपोर्ट के लिए कुल 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण...
ग्रेटर नोएडाः ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को एक बड़ा झटका लगा है। एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन किसानों की सहमति नहीं बना पाई है। बताया जा रहा है कि 506 हेक्टेयर पर ही किसानों ने सहमति दी है जबकि एयरपोर्ट के लिए कुल 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। बता दें कि किसानों से सहमति लेने के लिए मात्र शुक्रवार का दिन ही शेष है। अगर सहमति लेने की समय सीमा नहीं बढ़ती है तो जेवर एयरपोर्ट परियोजना मुश्किल में फंस सकती है।
इससे पहले बुधवार शाम तक 1300 किसान जमीन अधिग्रहण के लिए अपनी सहमति की मुहर लगा चुके हैं। प्राधिकरण व प्रशासन की टीमें वीरवार को भी गांवों में किसानों की सहमति जुटाने को प्रयास में लगी रहीं। जमीन अधिग्रहण पर सहमति देने के लिए किसानों के पास 31 अगस्त तक का ही समय है। वहीं एयरपोर्ट से कुल 8300 किसान प्रभावित होंगे।
ज्ञात हो कि जेवर एयरपोर्ट के लिए कुल 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसमें 116 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। जमीन अधिग्रहण के लिए सत्तर फीसद किसानों की सहमति जरूरी है। इसलिए प्राधिकरण व प्रशासन के अधिकारी किसानों को मनाने में जुटे रहे। किसानों के लिए पुनर्वास पैकेज का ऐलान भी हो चुका है। इसके बाद सहमति देने वाले किसानों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन अभी भी काफी किसानों की सहमति लेना बाकी था।