Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Jan, 2019 02:29 PM
उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी(सपा) अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर मकर संक्राति के दिन 15 जनवरी को महागठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। यह महागठबंधन प्रदेश की राजनीति को एक नये युग की...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी(सपा) अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर मकर संक्राति के दिन 15 जनवरी को महागठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। यह महागठबंधन प्रदेश की राजनीति को एक नये युग की ओर ले जा सकता है। माघ महीने के पहले दिन 15 जनवरी को मकर संक्राति के दिन प्रयाग में कुंभ का पहला शाही स्नान होगा। उसी दिन मायावती जहां अपना 63 वां जन्मदिन वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज सीट से सांसद डिंपल यादव भी अपना 41 वां जन्मदिन मनाएंगी।
बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को बताया कि 15 जनवरी सबसे शुभ दिन है। उसी दिन बसपा अध्यक्ष मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ महागठबंधन की घोषणा कर सकते हैं।
वरिष्ठ नेता ने बताया कि बसपा, सपा, राष्ट्रीय लोकदल(आरएलडी), जनता दल (सेक्युलर), जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी),क्षेत्रीय दलों और कई अन्य छोटे दलों के नेताओं को जन्मदिन समारोह में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया जाएगा जहां मायावती और अखिलेश यादव पहली बार मंच साझा करेंगे। इसी मंच से महागठबंधन की घोषणा की जा सकती है। इसमें इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार की जायेगी। इस समारोह में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के अलावा कर्नानक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बसपा विधायक शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि इस समारोह में देश भर के बसपा नेताओं को लखनऊ बुलाया गया है। इस दिन को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जायेगा। सुश्री मायावती अपने जन्मदिन समारोह में शामिल होने के लिये गुरुवार को लखनऊ पहुंच रही हैं। वर्ष 2007 में चुनाव हारने के बाद बसपा अध्यक्ष के जन्मदिन 15 जनवरी को ‘जनकल्याणकारी दिवस’के रूप में मनाया जा रहा है। बसपा नेता ने कहा ‘‘पार्टी के नेता जरूरतमंद, गरीब और विकलांगों की मदद करते हैं। फल और कबल वितरित करने के लिए वे दलित गाँवों और अस्पतालों में भी जाते हैं।’’