Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Mar, 2020 01:44 PM
कोरोना वायरस जैसी महामारी से कैदियों को बचाने के लिए सरकार ने एक अच्छी पहल करी है । देशभर की जिला कारागारों में बंद विचाराधीन कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का आदेश जारी किया गया है। कारागार में बंद विचाराधीन कैदियों को छोड़ने का आदेश आते ही मंगलवार को...
कानपुरः कोरोना वायरस जैसी महामारी से कैदियों को बचाने के लिए सरकार ने एक अच्छी पहल की है। देशभर की जिला कारागारों में बंद विचाराधीन कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का आदेश जारी किया गया है। कारागार में बंद विचाराधीन कैदियों को छोड़ने का आदेश आते ही मंगलवार को कानपुर कारागार से 65 कैदियों की रिहाई की गई।
बता दें कि जेलों के बनी बैरकों में एक साथ कई कैदी रहते है, ऐसे में उनमें संक्रमण होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसी को देखते हुए विचाराधीन कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का फैसला माननीय सुप्रीम कोर्ट ने लिया है।
इस बारे में कानपुर जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी का कहना है कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर ट्रायल वाले बंदियों को जेल में कोई संक्रमण न हो इसके लिए यह कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जो सात साल की सजा वाले अपराधों में बंद थे उन्हें कुछ निश्चित समय के लिए छोड़ा गया है।