Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Oct, 2018 01:40 PM
महाराष्ट्र के नागपुर से पकडे़ गए कथित आइएसआइ एजेंट निशांत अग्रवाल को यूपी एटीएस ने तीन दिनों तक ट्रांजिट रिमांड पर रखा गया है। साथ ही उसके लैपटॉप को कब्जे में लिया गया है। बताया जा रहा है कि उसमें से दस्तावेज बरामद हुए हैं...
लखनऊः महाराष्ट्र के नागपुर से पकडे़ गए कथित आइएसआइ एजेंट निशांत अग्रवाल को यूपी एटीएस ने तीन दिनों तक ट्रांजिट रिमांड पर रखा गया है। साथ ही उसके लैपटॉप को कब्जे में लिया गया है। बताया जा रहा है कि उसमें से दस्तावेज बरामद हुए हैं।
एटीएस टीम आशांका जता रही है कि करीब दो साल पहले हनीट्रैप का शिकार हुए निशांत ने गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान व अमेरिका की खुफिया एजेंसियों से सांझा की हैं। एटीएस उसकी गहनता से जांच कर रही है। एटीएस जांच में ये भी बात सामने निकल आ रही है कि फेक आइडी के जरिए निशांत को नौकरी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया गया था।
बता दें कि निशांत रुड़की का निवासी है। रुड़की क्षेत्र का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी 2016 में मंगलौर के लंढोरा क्षेत्र से चार सन्दिग्ध और जनवरी 2018 में एक युवक को आईएसआई के एजेंट होने के शक में गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं अब निशांत अग्रवाल जोकि पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI के साथ अमेरिकी को सूचना लीक करने का मामले में गिरफ्तार किया है। निशांत के परिजन मीडिया से बात करने से कतरा रहे हैं।