Edited By Umakant yadav,Updated: 06 Sep, 2020 02:56 PM
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सिंचाई की समुचित व्यवस्था न होने के कारण किसानों के खेतों में धान व मक्के की फसलें सूख गई। सिंचाई विभाग ने कहने के बाद भी नहरों में पानी नहीं दिया। जिले के किसानों के लिए फसलों...
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सिंचाई की समुचित व्यवस्था न होने के कारण किसानों के खेतों में धान व मक्के की फसलें सूख गई। सिंचाई विभाग ने कहने के बाद भी नहरों में पानी नहीं दिया। जिले के किसानों के लिए फसलों की सिंचाई के लिए एक मात्र साधन मुख्य पश्चिम नहर है जिसमें से अनेक राजवाहे व माईनरें निकलीं है। इन नहरों व माईनरों का कंट्रोल कार्यालय सिचाई विभाग पडरौना है जो राजवाहे व माईनरों में पानी मुख्य पश्चिम नहर से छोड़वाता है।
पिछले एक महीने से जिले के हरदो माइनर के संबंधित किसान पडरौना स्थित सिचाई विभाग के कार्यालय से संपकर् कर रहे हैं किन्तु पानी विभाग नहीं छोड़ रहा है। विभाग के जूनियर इंजीनियर का कहना है कि कई बार छोडा़ गया है। अभी बारी आपकी नहीं नहीं आयी है। आयेगी तो छोड़ा जायेगा। किसानों ने प्रदेश के सिचाई मंत्री व मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि धान की फसल को बचाया जा सके।