Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 04:01 PM
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुए जातीय हिंसा मामले में भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर आजाद ऊर्फ रावण को पुलिस ने....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुए जातीय हिंसा मामले में भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर आजाद ऊर्फ रावण को पुलिस ने हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी यूपी की एसआईटी टीम ने की है। इससे पहले उन्होंने डलहौजी पुलिस को इस बात की सूचना दी थी।12 हजार के इनामी चंद्रशेखर उर्फ रावण की गिरफ्तारी की पुष्टि डीएसपी डलहौजी सागर चंद ने की है।
जानकारी के अनुसार चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर में 2 दिन तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बता दें कि पुलिस ने बुधवार को उसके 2 साथियों को गिरफ्तार किया था। सहारनपुर जातीय हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर रावण लगातार वीडियो संदेश के जरिए भड़काऊ बयान दे रहा था।
यूपी पुलिस कर रही थी चंद्रशेखर की तलाश
बताया जाता है कि सहारनपुर पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ को भी चंद्रशेखर की तलाश थी। अभी तक पुलिस उसकी लोकेशन पता नहीं कर पा रही थी। वह एक के बाद एक सीरियल अंदाज में अपनी ऑडियो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल कर रहा था। उसकी लगातार बढ़ रही गतिविधियों को देखते हुए डीआईजी ने चंद्रशेखर समेत भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया और भीम आर्मी के ही पदाधिकारी मंजीत और कमल पर भी 12-12 हजार का इनाम घोषित किया था।
कौन है भीम आर्मी और चंद्रशेखर
भीम आर्मी का पूरा नाम 'भारत एकता मिशन' भीम आर्मी है। इस संगठन के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष, अधिवक्ता चंद्रशेखर आजाद हैं। 6 साल पहले दलितों के दमन की वारदातों को ध्यान में रखते हुए भीम आर्मी के गठन का फैसला लिया गया था। खास बात यह है कि इस संगठन में दलित युवकों के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा के सिख युवा भी जुड़े हैं। करीब 6 साल पहले जब चंद्रशेखर के पिता अस्पताल में भर्ती थे तो उसने अपने अस्पताल में लोगों से दलित समाज के दमन की बातों को सुना। उस समय वह अमरिका जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते थे, लेकिन दलितों के दमन की बात सुनकर चंद्रशेखर ने अमेरिका जाने का विचार त्याग दिया और 2011 में गांव के कुछ युवाओं के साथ मिलकर भारत एकता मिशन भीम आर्मी का गठन किया।