Edited By Ramkesh,Updated: 12 Nov, 2020 02:47 PM
कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था कर दी है। परंतु इस व्यवस्था को ठीक से चलाने की जिम्मेदार शिक्षक एवं विभागीय अधिकारियों की है।
लखनऊ: कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था कर दी है। परंतु इस व्यवस्था को ठीक से चलाने की जिम्मेदार शिक्षक एवं विभागीय अधिकारियों की है। लेकिन सरकार की मंशा पर विभाग के अधिकारी पलीता लगाने में जुटे है। जहां पर ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एक शिक्षक ने अश्लील वीडियो अपलोड कर दिया। मामले की जानकरी शिक्षा विभाग को हुई तो बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनुदेशक शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये है।
बता दें कि बुधवार को प्राइमरी स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं का गूगल मीट पर ऑनलाइन निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था। बीएसए कार्यालय द्वारा आयोजित ऑनलाइन मीटिंग में एनपीआरसी आमावा, मौदा और पिपरसेंड समेत कई अन्य प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक- शिक्षिकाओ व प्रधानाध्यापक जुड़े हुए थे। इसी दौरान पिपरसेंड प्राथमिक विद्यालय में तैनात अनुदेशक जितेंद्र यादव ने अश्लील वीडियो चला दिया। इसके बाद ऑनलाइन मीटिंग में शामिल शिक्षक शिक्षिकाएं हैरान रह गए।
वहीं प्रशिक्षण दे रहे अधिकारी कई बार जितेन्द्र को तत्काल वीडियो बंद करने के लिए कहते रहे, मगर जितेंद्र ने वीडियो बंद नहीं किया। इसके चलते शिक्षिकाओं को तुरंत ही मीटिंग से खुद को लेफ्ट करना पड़ा। प्रकरण के संज्ञान में आने के बाद BSA दिनेश कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अनुदेशक की सेवा समाप्ति को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी।