Edited By Deepika Rajput,Updated: 05 Sep, 2018 03:56 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियोजन विभाग के तहत बुंदेलखंड पैकेज, त्वरित आर्थिक विकास योजना, बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम और आकांक्षात्मक जिलों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि बुंदेलखंड की आवश्यकता को समझते हुए वहां...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियोजन विभाग के तहत बुंदेलखंड पैकेज, त्वरित आर्थिक विकास योजना, बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम और आकांक्षात्मक जिलों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि बुंदेलखंड की आवश्यकता को समझते हुए वहां के लिए परियोजनाएं बनाई जाएं।
मुख्यमंत्री ने शास्त्री भवन में समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा वहां पर अभी तक जो कार्य किए गए हैं, उनका मूल्यांकन करते हुए भविष्य की योजनाएं बनाई जाएं। योजनाएं व्यावहारिक हों और वह सिर्फ सरकारी अनुदान तक सीमित न रहकर जनसहभागिता के आधार पर संचालित की जाएं। जिन योजनाओं का उपयोगिता प्रमाणपत्र लम्बित है, उन्हें शीघ्र उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में हर घर और खेत तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। स्प्रिंकलर तथा ड्रिप इरिगेशन सिस्टम को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि चेक डैमों के निर्माण में तेजी लाई जाए। उन्होंने पेयजल परियोजनाओं, निजी नलकूपों के ऊर्जीकरण, सामुदायिक नलकूपों के निर्माण सहित सिंचाई, कृषि, लघु सिंचाई, दुग्ध विकास, उद्यान, पशुधन आदि विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति का विवरण लेते हुए जनसाधारण को इन योजनाओं से लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए।
बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने नेपाल के सीमावर्ती सात जनपदों-बहराइच, बलरामपुर, सिद्घार्थनगर, श्रावस्ती, खीरी, पीलीभीत एवं महराजगंज की विशेष आवश्यकताओं के मद्देनजर योजनाओं के निर्माण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क, विद्यालय भवन, चिकित्सालय, सी.सी. रोड व नाली निर्माण, शौचालय निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्र, पेयजल, सामुदायिक केंद्र, सोलर पंप और सोलर स्ट्रीट लाइट संबंधी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त किया जाए।