Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Apr, 2021 09:50 AM
उत्तर प्रदेश के नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने गर्मी के मद्देनजर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी तालाबों, झीलों और नहरों को भरने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जलापूर्ति विभाग की समीक्षा करते हुये डॉ. सिंह ने मंगलवार को कहा...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने गर्मी के मद्देनजर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी तालाबों, झीलों और नहरों को भरने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जलापूर्ति विभाग की समीक्षा करते हुये डॉ. सिंह ने मंगलवार को कहा कि पेयजल की गम्भीर समस्या वाले क्षेत्रों एवं जिलों में पीने के पानी की समस्या न हो, इसके लिए बुन्देलखण्ड क्षेत्र एवं सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज, आगरा, फतेहपुर, चंदौली, कानपुर देहात एवं कानपुर नगर में जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम स्थापित किये जाए। साथ ही बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी तालाबों, झीलों और नहरों को भरा जाए ताकि पशु-पक्षियों, जानवरों व आमजन को जल संकट का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि संकटग्रस्त क्षेत्रों में टैकरों से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय, इसके लिए टैंकरों एवं ट्रैक्टरों की उपलब्धता के लिए चिन्हित किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समस्या के निराकरण के लिये जिला एवं ब्लाक स्तर पर कन्ट्रोल रूम को 24 घंटे अलटर् रखा जाए। इसके लिए नोडल अधिकारी भी नामित किये जाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि विकासखण्ड स्तर पर स्थित सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं विद्यालयों में जलापूर्ति की स्थिति का सर्वे कराया जाए, जिससे जल जीवन मिशन द्वारा पाइप पेयजल जलापूर्ति के लिए चलाये गये 100 दिवसीय अभियान की सफलता सुनिश्चित की जा सके।
ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री ने कहा कि समस्याग्रस्त सभी जिलों तथा बुन्देलखंड क्षेत्र में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों में प्याऊ लगाए जाएं। इन क्षेत्रों में पानी का अभाव न होने पाए, इसके लिए हैण्डपम्पों का रिबोर कराकर इनकी मरम्मत करायी जाए।