Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 May, 2019 09:50 AM
लोकसभा चुनाव में गठबंधन की विफलता को दरकिनार करते हुए समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणामों से विचलित हुए बिना पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसनी होगी।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में गठबंधन की विफलता को दरकिनार करते हुए समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणामों से विचलित हुए बिना पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसनी होगी। यादव ने कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जनविरोधी योजनाओं के बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर अभियान छेड़ना होगा।
उन्होने यहां पत्रकारों से कहा कि हम महापरिवर्तन लाने का प्रयास जारी रखेंगे। गठबंधन के भविष्य के बारे में बयान देने से बचते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं से कहना चाहेंगे कि समाज के हर वर्ग विशेषकर कमजोर तबके तक अपनी पहुंच बढ़ाएं। इसके लिए उन्हें घर-घर जाकर मिलना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठे वादों का व्यापार करती है जबकि समाजवादी सिद्धांत का पालन करते है। उन्होने कहा कि हम कालेज और विश्वविद्यालयों में गए जहां युवा बेहद तनाव और हताशा में है। उसके पास कोई रोजगार नहीं है और उसका भविष्य अंधकारमय है। युवाओं को रक्षात्मक होने के बजाय आक्रामक होना पड़ेगा। उन्हे खुद को सच्चाई और आंकड़ों के साथ तैयार होकर भाजपा को बहस के लिये आमंत्रित करना चाहिए।
सपा मुखिया ने कहा कि उनकी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापस लौटगी क्योंकि उनकी सरकार ने राज्य में ज्यादातर विकास के काम कराए है। सपा कार्यकर्ताओं को और कड़ी मेहनत करनी होगी और विधानसभा चुनाव में वापस लौटना होगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा को केन्द्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए राज्य की 3 बड़ी पाटियों बसपा,सपा और रालोद ने गठबंधन किया था जिसे लोकसभा चुनाव में करारी हार मिली थी। बसपा को इस चुनाव में 10 सीटें मिली जबकि सपा पिछले चुनाव की तरह 5 सीटों पर ही सिमट गई। रालोद इस चुनाव में एक बार फिर खाता खोलने से वंचित रह गई।