Edited By Ajay kumar,Updated: 13 Feb, 2020 12:55 PM
एलपीजी कंपनियों ने दिल्ली चुनाव खत्म होते ही जनता को जोर का झटका धीरे से दिया है। एलपीजी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इस बार यह वृद्धि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव के कारण 11 दिन तक स्थगित रहा है
लखनऊ: एलपीजी कंपनियों ने दिल्ली चुनाव खत्म होते ही जनता को जोर का झटका धीरे से दिया है। एलपीजी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इस बार यह वृद्धि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव के कारण 11 दिन तक स्थगित रहा है। चुनाव प्रक्रिया खत्म होते ही तेल कंपनियों ने इस साल की सबसे बड़ी बढ़ोतरी (144.50) रुपये कर दी।
बता दें कि बुधवार से बगैर सब्सिडी के घरेलू सिलेंडर (14.2 किलो गैस) 869 रुपये की हो गई है। जबकि व्यावसायिक श्रेणी की 19 किलो रीफिल के लिए खरीदार को 1498 रुपये देने होंगे। घरेली सब्सिडी सिलेंडर पर अब 566.14 रुपये खर्च करने होंगे। पिछले 6 महीने के दौरान 457 रुपये बढ़ चुके हैं।
सब्सिडी प्राप्त करने वाले उपभोक्ताओं की जेब पर भी डाका पड़ा है। सरकार तो12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। वर्तमान में सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। इससे अधिक सिलेंडर चाहिए तो उपभोक्ता को बाजार मूल्य पर खरीदाना पड़ता है। सरकार हर साल 12 सिलेंडरों पर जो सब्सिडी देती है, उसकी कीमत भी महीने-दर-महीने बदलती रहती है। औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक सब्सिडी की राशि निर्धारित करते हैं। अब आम नागरिक को महगाई के मार को झेलना पड़ेगा।