Edited By Ruby,Updated: 11 Mar, 2019 06:29 PM
देवरियाः लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में लगभग सभी प्रमुख दलों के संभावित उम्मीदवारों को धड़कने तेज हो गई हैं। जिले में देवरिया और सलेमपुर लोकसभा सीट हैं जबकि दो विधानसभा क्षेत्र बरहज और रूद्रपुर के अलावा...
देवरियाः लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में लगभग सभी प्रमुख दलों के संभावित उम्मीदवारों को धड़कने तेज हो गई हैं। जिले में देवरिया और सलेमपुर लोकसभा सीट हैं जबकि दो विधानसभा क्षेत्र बरहज और रूद्रपुर के अलावा गोरखपुर जिले की बांसगांव सुरक्षित आती हैं। देवरिया लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के कलराज मिश्र मौजूदा सांसद हैं।
देवरिया लोकसभा क्षेत्र से अभी तक किसी राजनैतिक दल ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। सपा-बसपा के गठबंधन के तहत यह क्षेत्र बसपा के कोटे में है। भाजपा, कांग्रेस और सपा-बसपा गठबंधन ने अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं करने से भावी उम्मीदवारों के बीच ऊहापोह की स्थित बनी हुई है। इसी तरह सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद भाजपा के रविन्द्र कुशवाहा है। यह सीट भी सपा-बसपा गठबंधन के बाद बसपा के कोटे में है। यहां भी भाजपा, कांग्रेस और सपा-बसपा के भावी उम्मीदवारों के नामों का खुलासा अब तक नहीं हो सका है। देवरिया लोकसभा क्षेत्र से भावी उम्मीदवारों के नाम जनता के बीच तैर रहे हैं जिसमें भाजपा के मौजूदा सांसद कलराज मिश्र, शंशाक मणि त्रिपाठी, देवेन्द्र प्रताप सिंह हैं।
वहीं कांग्रेस से पार्टी प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह, नागेंद्र प्रताप सिंह और बसपा से पाला बदलकर कांग्रेस में आए नियाका अहमद के साथ ज्ञानेश्वर मिश्रा के नाम चर्चा में हैं। बहुजन समाज पार्टी से यहां कोई विशेष नाम अभीतक चर्चा में आते नहीं दिख रहे हैं। पहले यहां से चर्चा थी कि नियाका अहमद पर पार्टी एक बार फिर अपनी बाजी लगा सकती है लेकिन पार्टी में काफी खिलाफत के बाद नियाका ने बसपा को बाय बाय कर कांग्रेस की सदस्यता लेकर लोगों को चौका दिया। बसपा से यहां विनोद जायसवाल के नामों की चर्चा सुनने को मिल रही है। यही हाल सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र का भी है। यहां से भी कोई बड़े राजनीतिक दल ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा अभी तक नहीं किया है। जिससे भावी उम्मीदवार पशोपेश में पड़कर अपने अपने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर टकटकी लगाए हुए हैं।