Edited By Ramkesh,Updated: 04 Oct, 2020 12:13 PM
अनलॉक 5 में रेलवे टिकट की मांग बढ़ गई है। ऐसे आम नागरिकों को ठगने के लिए अपराधी तेजी से आपदा को अवसर में बदल रहे है।
लखनऊ: अनलॉक 5 में रेलवे टिकट की मांग बढ़ गई है। ऐसे आम नागरिकों को ठगने के लिए अपराधी तेजी से आपदा को अवसर में बदल रहे है। धोखाधड़ी करने वाले भरतीरतीय रेलवे खानपान व पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट में सेंध लगाने के लिए 8 प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर बनाया है। जब कि इस साफ्टवेयर को बंद कर दिया गया है। परंतु लखनऊ में इस सॉफ्टवेयर का अवैध रूप से इस्तेमाल हो रहा रहा है
बता दें कि लखनऊ में सॉफ्टवेयर को बेचने वाले सुपरसेलर के पकड़े जाने के बाद अब यूट्यूब पर इनकी बिक्री करने वालो का भी पता चला है। पिछले एक महीने में इन सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के 42 मामले सामने आए हैं। जिनमे अधिकांश लखनऊ के है। दरअसल अब तक पूर्वांचल के कई जिलों में इन सॉफ्टवेयर का अधिक इस्तेमाल हो रहा था। पहने प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर मुम्बई और अहमदाबाद से 25 हजार रुपए में खरीदे जाते थे। रेलवे अधिकारियों के होश पिछले दिनों उस समय उड़ गए जब पहली बार लखनऊ से नए सॉफ्टवेयर का सुपर सेलर गिरफ्तार किया गया। उनके साथ कोलकाता से सॉफ्टवेयर बेचने वाले सुपरसेलर व सात एजेंट सहित कुल 18 दलालों का पता चला है। हालांकि अभी ये दलाल पकड़ से दूर हैं।
गौरतलब है कि आरपीएफ को यूट्यूब पर सक्रिय एक सिंडिकेट का पता चला है। जो प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर मोबाइल और लैपटॉप पर इंस्टॉल करता है। व्हाट्सअप पर सम्पर्क कर लेन देन ऑनलाइन हो रहा है। आरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक नए प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर की मुख्य कड़ी लखनऊ में है। आईआरसीटीसी की कई पर्सनल आईडी पर नजर रखी जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।