Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 31 Jul, 2021 07:36 PM
उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस संकट को भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेअपने यूपी मॉडल से कंट्रोल कर लिया। इसके बावजूद घाटों या नदियों में छोड़े
प्रयागराजः उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस संकट को भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेअपने यूपी मॉडल से कंट्रोल कर लिया। इसके बावजूद घाटों या नदियों में छोड़े गए शवों का मिलना जारी है। इसी क्रम में संगमनगरी प्रयागराज के फाफामऊ गंगा घाट पर जब गंगा के जलस्तर में वृद्धि से तेज हुए रेत के कटान की वजह से दफनाई गयी लाशें बाहर दिखने लगी। शुक्रवार को पहले से दफनाए गए करीब 60 शव बाहर निकल आए। इन सभी शवों का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया।
बता दें कि नगर निगम के जोनल अधिकारी अपनी टीम के साथ लगातार रेत से बाहर आई लाशों का अंतिम संस्कार करा रहे हैं। वहीं पानी से घिरे टापू पर नावों से लकड़ी ले जाकर चिताएं लगाई गईं। इसके बाद रात 9 बजे तक एक साथ सभी शवों का अंतिम संस्कार कराया गया। गौरतलब है कि अब तक इस घाट पर 300 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कराया जा चुका है। वहीं नदी में आई बाढ़ के कारण शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए नगर निगम कर्मचारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। निगम के जोनल अधिकारी नीरज सिंह अपने परिवार की तरह इन लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर उनको मुखाग्नि दे रहे हैं।