Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Jul, 2019 07:04 PM
उत्तर प्रदेश में जमीन संबंधी भ्रष्टाचार को लेकर शुक्रवार को सदन से सड़क तक राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला अनवरत जारी रहा। रामपुर के सांसद मोहम्मद आज़म खान को ‘भूमाफिया'' घोषित करने पर समाजवादी पार्टी (सपा) का गुस्सा सदन में सातवें...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जमीन संबंधी भ्रष्टाचार को लेकर शुक्रवार को सदन से सड़क तक राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला अनवरत जारी रहा। रामपुर के सांसद मोहम्मद आज़म खान को ‘भूमाफिया' घोषित करने पर समाजवादी पार्टी (सपा) का गुस्सा सदन में सातवें आसमान पर रहा। सपा सदस्यों ने इस मामले को लेकर सदन की कार्यवाही कई बार बाधित की।
जानकारी मुताबिक नोएडा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उपाध्यक्ष आनंद कुमार की 400 करोड़ रूपए की बेनामी संपत्ति को आयकर विभाग द्वारा जब्त किए जाने को लेकर पार्टी सुप्रीमो मायावती केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जमकर बरसी और उल्टे भाजपा पर चुनाव के लिए बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप मढ़ दिया।
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोनभद्र में जमीनी विवाद को लेकर पिछले बुधवार को हुई हिंसा के पीडितों का दर्द साझा करने की नीयत से वाराणसी पहुंची जहां घायलों को हालचाल लेने के बाद सोनभद्र जा रहे उनके काफिले को मिर्जापुर में रोक लिया गया। सुरक्षा बलों ने कांग्रेस महासचिव को सोनभद्र में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देकर आगे जाने की अनुमति देने से मना कर दिया।
इसके विरोध में उनकी अधिकारियों के साथ नोकझोंक हुई। बाद में वाड्रा और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को हिरासत में ले लिया गया। सरकार के इस कदम से भड़के कांग्रेसियों ने लखनऊ समेत अलग अलग शहरों में जोरदार धरना प्रदर्शन किया और कहा कि सरकार जमीन में हुए घोटाले के संबंध में तथ्यों और साक्ष्यों को छिपाना चाहती है और यही कारण है कि वाड्रा के दौरे से ठीक पहले जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई।