Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 05:48 PM
उत्तर प्रदेश सरकार के लाख काेशिशाें के बावजूद भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। डॉक्टराें की लापरवाही से आए दिन किसी न किसी मरीज काे अपनी जान से हाथ धाेना पड़ रहा है। एक एेसा ही मामला प्रदेश...
बलियाः उत्तर प्रदेश सरकार के लाख काेशिशाें के बावजूद भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। डॉक्टराें की लापरवाही से आए दिन किसी न किसी मरीज काे अपनी जान से हाथ धाेना पड़ रहा है। एक एेसा ही मामला प्रदेश के बलिया जिले में सामने आया है, जहां समय पर उपचार न मिलने से एक छठ व्रति महिला की जान चली गई। सूचना मिलने पर वन पर्यावरण एवं सहकारिता मंत्री उपेंद्र तिवारी अस्पताल परिसर में माैके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
दरअसल छठ पूजा के लिए मृतक महिला परिवार के साथ सुबह घाट पर गई थी। इसी बीच पूजा के दौरान अचानक उसकी तबियत खराब हो गई। परिवार वाले उसे नरहीं स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। परिजनों के घंटों इंतजार के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी नहीं पहुंचे। जिसके कारण पीड़िता की मौत हो गई।
इसी बीच इलाके के छठ घाट पर लोगों से मिल रहे वन पर्यावरण एवं सहकारिता मंत्री उपेंद्र तिवारी को इस घटना की सूचना मिली। मंत्री बिना किसी विलंब के अस्पताल पहुंचे। जहां पर तिवारी ने फोन पर ही स्वास्थ्य अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों से चिकित्सालय पर करोड़ों रूपए खर्च किए गए हैं। लेकिन हालत वैसी की वैसी ही है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से पिछले 5 साल से चिकित्सालय पर हुए खर्च का लेखा-जोखा मांगा।