Edited By Ruby,Updated: 12 Jan, 2019 10:46 AM
उत्तर प्रदेश में शिवावतारी बाबा गोरक्षनाथ की नगरी गोरखपुर में मकर संक्रान्ति के पहले इन दिनों चूडा, लायी,पट्टी एवं तिलकुट आदी की खरीदरी जोरो पर है और दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी है। गोरखुपर शहर में ऐसा कोई चौराहा एवं गली नहीं है जहां पर चूड़ा...
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश में शिवावतारी बाबा गोरक्षनाथ की नगरी गोरखपुर में मकर संक्रान्ति के पहले इन दिनों चूडा, लायी,पट्टी एवं तिलकुट आदी की खरीददारी जोरो पर है और दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी है। गोरखुपर शहर में ऐसा कोई चौराहा एवं गली नहीं है जहां पर चूड़ा ,लायी, गुड़ पट्टी, तिलकुट तथा गजक की दुकानें न सजी हों। मकर संक्रान्ति का पर्व गोरखपुर में 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पड़ोसी देश नेपाल में यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
परंपरा के मुताबिक लोग इस पर्व पर इन सब वस्तुओं की जमकर खरीददारी करते हैं। कुछ लोग इन चीजों की खरीददारी करके उन्हें अपने पास रखते हैं तो कुछ रिश्तेदारों विशेषकर बहन और बेटियों की ससुराल में भेजते हैं। आगरा का तिल लड्डू, बिहार का तिलकुट, बंगाल का रामदाना, कानपुर की गजक एवं लखनऊ की रेवड़ी इस बार लोगों को खूब भा रही है।
परंपरागत वस्तुओं के साथ ही साथ इस समय सजावटी सामान से बाजार भरे पड़े हैं। इन खाद्यय पदार्थों की सबसे बड़ी खसियत यह है कि यह गुड़,चीनी, मुंगफली, तिल लायी तथा रामदाने से बनाए जाते हैं और महीनों खराब नहीं होते हैं। इन चीजों की खपत केवल सर्दियों के मौसम में रहती है। कीमत ज्यादा नहीं होने से गरीब श्रद्धालु भी इन्हें खरीद सकते हैं।