Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Aug, 2018 01:46 PM
उत्तर प्रदेश के बहराइच में नानपारा वनरेंज के बघौली जंगल में ग्रामीणों के लिए मुसीबत का कारण बना तेंदुआ सोमवार देर रात को पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग सूत्रों ने बताया कि बहराइच वन प्रभाग के नानपारा रेंज अंतर्गत बघौली जंगल में मादा तेंदुआ....
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में नानपारा वनरेंज के बघौली जंगल में ग्रामीणों के लिए मुसीबत का कारण बना तेंदुआ सोमवार देर रात को पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग सूत्रों ने बताया कि बहराइच वन प्रभाग के नानपारा रेंज अंतर्गत बघौली जंगल में मादा तेंदुआ अपने शावकों के साथ गांव में जाकर पशुओं को निवाला बना रही थी। करीब 1 महीने से तेंदुए के हमले से ग्रामीण परेशान थे। 4 दिन पूर्व 3 पशुओं को एकसाथ निवाला बनाया था।
ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग ने 3 दिन पूर्व पिंजरा लगाया था, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रही थी। वहीं गांव निवासी ग्रामीण की गाय पर भी उसने शनिवार रात को हमला किया था। इससे ग्रामीण दहशत में थे। उन्होंने बताया कि सोमवार की रात लगबग 11 बजे बकरी का शिकार करने के लिए तेंदुआ पिंजरे में प्रवेश कर गई। जिससे वह उसी में कैद हो गई। वन रक्षकों ने मामले की जानकारी वन विभाग को दी।
नानपारा के वन क्षेत्राधिकारी राशिद जमील, बहराइच के डीके सिंह, वन दरोगा सत्यजीत सिंह, प्रभारी निरीक्षक आरपी यादव पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। तेंदुए का रेस्क्यू कर उसे रेंज कार्यालय लाया जा रहा है। वन क्षेत्राधिकारी राशिद जमील ने बताया कि तेंदुआ मादा है। उसकी उम्र करीब 5 से 6 वर्ष के आसपास है। उन्होंने बताया कि बस्थनवा गांव में पिंजरा लगाया गया था लेकिन उसका मूवमेंट निरंतर बदल रहा था।