Edited By Anil Kapoor,Updated: 12 Jun, 2019 11:39 AM
जिले के कप्तान ने अवैध खनन में संलिप्त मिले सरसावा, बेहट, मिर्जापुर, चिलकाना और नकुड़ के थानेदारों की थानेदारी छिनने के साथ ही जिले की सबसे मलाईदार चौकी शाहजहांपुर के इंचार्ज को भी हटा दिया है। इनमें से अधिकतर को पुलिस लाइन में भेजा गया है।
सहारनपुर: जिले के कप्तान ने अवैध खनन में संलिप्त मिले सरसावा, बेहट, मिर्जापुर, चिलकाना और नकुड़ के थानेदारों की थानेदारी छिनने के साथ ही जिले की सबसे मलाईदार चौकी शाहजहांपुर के इंचार्ज को भी हटा दिया है। इनमें से अधिकतर को पुलिस लाइन में भेजा गया है। ‘पंजाब केसरी’ ने पिछले दिनों अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों को लेकर खबरें छापी थीं। जिनका संज्ञान लेते हुए कुछ भाजपा नेताओं ने थानेदार नकुड़ अमरदीप लाज की शिकायत कर दी थी जिस पर उनको पुलिस लाइन भेज दिया गया है।
इसी तरह थानेदार सरसावा सुदेश कुमार पर ओवरलोड वाहन पार कराने के आरोप काफी समय से लग रहे थे। वहीं जाम की समस्या से बीते दिनों एक एलएलएम छात्रा की परीक्षा छूट गई थी जिसके लिए कप्तान को संपूर्ण समाधान दिवस में छात्रा से सॉरी बोलना पड़ा था। लिहाजा उनकी थानेदारी तो छिन ही गई बल्कि अब उन्हें दूसरे थाने में थानेदार के अंडर कर दिया गया। वहीं चौकी इंचार्ज शाहजहांपुर जयवीर को अपराध शाखा में धकेल दिया गया है।
वहीं थानेदार बेहट कृष्णपाल सिंह और थानेदार मिर्जापुर अशोक सोलंकी पर आरोप था कि ये अवैध खनन खूब करा रहे हैं जिसको पंजाब केसरी ने गत 8 जून को ‘बेहट और मिर्जापुर के 5 घाटों से अवैध से हर रात हो रही है 7 लाख वसूली’ शीर्षक से खबर लगाई थी जिसके परिणामस्वरूप कृष्णपाल सिंह को लाइन में और राजनीति पकड़ होने के कारण अशोक सोलंकी का थाना बदला गया पर थानेदारी बरकरार रह गई है। थानेदार चिलकाना विनोद कुमार सिंह के क्षेत्र में यमुना नदी में अवैध खनन के लिए अस्थायी पुल निर्माण को लेकर एक माह पूर्व पंजाब केसरी ने ही खबर छापी थी जिस पर कप्तान ने अब संज्ञान लिया है और मानीटरिंग सैल में भेज दिया है।