Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Oct, 2018 02:37 PM
देश के कई हिस्सों में महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ की व्रत करती हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में व्रत करने की सख्त मनाई है। एेसा माना जाता है कि यहां व्रत करने से पति की मौत हो जाएगी। मामला मथुरा के सुरीर कस्बा मांट तहसील का है।
मथुराः देश के कई हिस्सों में महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ की व्रत करती हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में व्रत करने की सख्त मनाई है। एेसा माना जाता है कि यहां व्रत करने से पति की मौत हो जाएगी। मामला मथुरा के सुरीर कस्बा मांट तहसील का है। यहां एक ऐसी कहानी प्रचलित है कि एक नवविवाहिता के पति की इसी दिन हत्या हो गई थी। उस महिला ने इस कस्बे को श्राप दिया कि इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं के पति की मौत हो जाएगी। संयोगवश, यहां ऐसी कुछ मौतें हुईं और उन्हें इसी प्रसंग से जोड़ दिया गया।
स्थानीय महिला देववती ने बताया कि, मान्यताओं के अनुसार यहां के राम नगला गांव का रहने वाला एक ब्राह्मण युवा अपनी नवविवाहित पत्नी के साथ मथुरा के सुरीर इलाके से भेसा बुघ्गी लेकर जा रहा था। तभी इस कस्बे के कुछ लोगों ने उसे बेसा चुराने के आरोप में पीट-पीट कर मार डाला। संयोगवश, वह दिन करवाचौथ का था। इसी गुस्से में नवविवाहिता ने कस्बे को श्राप दिया कि यहां करवाचौथ करने वाली किसी भी महिला का पति जीवित नहीं रह पाएगा। वह विधवा महिला अपने पति की चिता के साथ सती हो गई।
वह कहते हैं कि इस घटना के बाद इस इलाके के कई महिलाओं ने करवाचौथ का व्रत किया। संयोगवश, उनके पतियों की मौत हो गई। इस बात ने उन्हें सती के श्राप में विश्वास करने को मजबूर किया। इस दिन इस इलाके की शादीशुदा महिलाएं करवाचौथ का व्रत नहीं करतीं। इसके बजाय वे उनके इलाके में बनाए गए सती मंदिर पर जाकर पूजा-अर्चना करती हैं और अपने पति के लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।