Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 12:12 PM
केंद्र सरकार से लेकर सूबे की सरकार द्वारा जहां एक तरफ कानून का पालन किए जाने का सन्देश दे रही है, वहीं कानपुर में एक संस्था द्वारा...
कानपुरः केंद्र सरकार से लेकर सूबे की सरकार जहां एक तरफ कानून का पालन किए जाने का सन्देश दे रही है, वहीं कानपुर में एक संस्था द्वारा न केवल कानून का मजाक उड़ाया गया बल्कि अपने अनोखे प्रदर्शन के दौरान एक प्रेमी जोड़े को पति-पत्नी करार दे दिया गया। जिसको लेकर आक्रोशित पुलिस वालो ने देर बाद कार्रवाई करने का हवाला देते हुए सबक सिखाने का काम किया।
हंटर सेना ने प्रेमी युगल की थाने में कराई शादी
दरअसल इन दिनों कानपुर में कुछ एेसा देखने को मिल रहा है, जहां महिलाओं की रक्षा का बीड़ा उठाए हंटर सेना की महिलाओं ने जबरन शादी कराने का काम किया है। जानकारी के मुताबिक दुल्हन का नाम अल्पना और दुल्हें का नाम प्रदीप है। जोकि डेढ़ साल पहले आपसी सहमति से एक दूसरे को पति पत्नी मानते हुए लिव-इन में रह रहे थे।
पुलिस के विरोध पर भी नहीं रुकी यह हंटर सेना
जब हंटर सेना थाने में शादी कराने का दवाब बनाने लगी तो इंस्पेक्टर द्वारा विरोध पर इन महिलाओ ने हंगामा करना शुरू कर दिया। संस्था की महिलाओं ने थाने में ही ढोल बजाने के साथ ही नाचना गाना शुरू कर दिया और युवती की मांग में सिंदूर भरवाकर उन्हें पति पत्नी करार दे दिया। जिससे आक्रोशित पुलिस वालो ने इस हाई लेवल के ड्रामे पर सख्ती बरती और सभी को थाने से बाहर भगा दिया।
हालांकि हंटर सेना की पदाधिकारी महिलाओं की ये सोच बेहतर है, लेकिन तरीका बेहद गलत है। साथ ही एक सवाल यह भी उठता है कि आखिरकार उनके द्वारा करार दिए गए पति पत्नी के रिश्ते पर मुहर लगाने का हक उन्हें किसने दिया था। यह पूरी घटना कानून के तहत एक अपराध की श्रेणी में आती है।