Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Apr, 2021 03:45 PM
यूपी के कानपुर शहर के हालात किस तरह से बदहाल होते जा रहे है, ये शायद ही किसी से छिपे हो। हर तरफ स्वास्थ सेवाओं के लिए लोगों को भटकाना पड़ रहा है ,लेकिन लोगों को किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हालात ऐसे होगे किसी ने भी शायद सोचा भी नही होगा।...
कानपुर: यूपी के कानपुर शहर के हालात किस तरह से बदहाल होते जा रहे है, ये शायद ही किसी से छिपे हो। हर तरफ स्वास्थ सेवाओं के लिए लोगों को भटकाना पड़ रहा है ,लेकिन लोगों को किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हालात ऐसे होगे किसी ने भी शायद सोचा भी नही होगा। बेहतर स्वास्थ सेवाओं का दावा करने वाली सरकार और अधिकारियों की लगातार पोल खुल रही है।
बात करें कानपुर के हैलट, उर्सला या फिर किसी भी सरकारी हास्पिटल की तो यहां पर त्राही त्राही मची हुई है। वैसे तो ऑक्सीजन की कमी है और लोगों को भर्ती होने के लिए बेड नहीं मिल रहा है, लेकिन वहीं कोविड की जांच के लिए भी लोगों को दर दर भटकना पड़ रहा है। हम बात करें अगर शहर के साउथ सिटी में बने जाग्शेवर हास्पिटल की तो वहा पर लोगों को कोविड की जांच के लिए कई दिनों से चक्कर लगाने पड़ रहे है। हालात ये है की उनके दर्द को कोई सुनने वाला नहीं है।