Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Oct, 2018 04:38 PM
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने त्वरित कार्य बल (आरएएफ) के 26वें स्थापना दिवस पर लखनऊ के बिजनौर स्थित शिविर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम में उनके साथ उत्तर प्रदेश की महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री स्वाति सिंह भी मौजूद रहीं। गृहमंत्री ने...
लखनऊः गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने त्वरित कार्य बल (आरएएफ) के 26वें स्थापना दिवस पर लखनऊ के बिजनौर स्थित शिविर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम में उनके साथ उत्तर प्रदेश की महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री स्वाति सिंह भी मौजूद रहीं। गृहमंत्री ने परेड की सलामी लेकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस दौरान गृहमंत्री ने केंद्रीय बलों के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा। राजनाथ ने कहा कि पहले देश के 126 जिलों में नक्सलवाद था, वह अब सिमट कर 10-12 जिलों में रह गया है। वह दिन दूर नहीं जब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और आरएएफ के पराक्रम के बलबूते पूरे देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन केंद्रीय बलों ने दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय करके हिंदुस्तान की जनता के मन में भरोसा कायम किया है। जहां नक्सलवाद था और जहां विकास की किरण नहीं पहुंच पाई थी, वहां इन बलों ने नक्सलवादियों के मजबूत ठिकानों को खत्म किया है और वहां विकास कार्य शुरू हुए हैं। जब असम में एनआरसी को लेकर आंदोलन हो रहा था, तब वहां सीआरपीएफ को बुलाने की मांग की गई थी। केरल में बाढ़ के वक्त भी सीआरपीएफ को बुलाने की मांग उठी थी।
जानिए, क्या है आरएएफ?
'रैपिड एक्शन फोर्स' एक विशेष फोर्स है, जिसे अक्टूबर 1992 में सीआरपीएफ के 10 स्वाधीन बटालियन को परिवर्तित करके बनाया गया था। आरएएफ, सबसे विश्वसनीय फोर्स है जो बिना समय गंवाए, कम से कम वक्त में संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर स्थल पर पहुंच जाती है। सामान्य जनता के बीच पहुंच उन्हें सुरक्षित करती है।