Edited By ,Updated: 02 Sep, 2016 08:47 PM
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कथित रूप से एचआईवी ग्रस्त होने की वजह से एक गर्भवती महिला को चिकित्सकों द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती ना किये जाने और इलाज के अभाव में गर्भस्थ शिशु की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कथित रूप से एचआईवी ग्रस्त होने की वजह से एक गर्भवती महिला को चिकित्सकों द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती ना किये जाने और इलाज के अभाव में गर्भस्थ शिशु की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश त्रिपाठी ने मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिये हैं। बदायूं के इस्लामनगर कस्बे के निवासी श्रीनिवास ने बताया कि उसकी एचआईवी पीड़ित गर्भवती पत्नी को बुधवार को प्रसव पीड़ा होने पर जिला महिला अस्पताल ले जाया गया। मगर डॉक्टरों ने एचआईवी ग्रस्त होने की वजह से उसे भर्ती करने से मना कर दिया।
श्रीनिवास का आरोप है कि वह डॉक्टरों से मिन्नत करता रहा लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे दुत्कार दिया और एड्स पीड़ित होने के कारण इलाज करने को साफ इनकार कर दिया। मजबूरी में वह अपनी पत्नी को लेकर बरेली के जिला अस्पताल में पहुंचा। इस सारी कवायद में अत्यधिक देर हो जाने के कारण उसके बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गयी। डॉक्टरों ने बमुश्किल उसकी पत्नी की जान बचायी। इस मामले पर बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार वाधवा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। कमेटी बनाकर इस प्रकरण की जांच करवाई जा रही है।