Edited By Deepika Rajput,Updated: 17 Jun, 2018 11:03 AM
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में आए दिन होने वाले रेल हादसों व सड़क हादसों में घायल हुए यात्रियों की पहचान करने के मकसद से डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों ने एक मोबाइल ऐप ''हेल्प मी डियर'' विकसित किया है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में आए दिन होने वाले रेल हादसों व सड़क हादसों में घायल हुए यात्रियों की पहचान करने के मकसद से डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों ने एक मोबाइल ऐप 'हेल्प मी डियर' विकसित किया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में घायल या जहरखुरानी के शिकार लोगों की पहचान इस ऐप की मदद से आसानी से की जा सकेगी। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस एेप की सराहना की है। लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सक डॉ. विनोद कुमार आर्य द्वारा तैयार ऐप 'हेल्प मी डियर' को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
डॉ. आर्य का कहना है कि सड़क हादसे, रेल हादसे या जहरखुरानी के बाद बेहोश मिले व्यक्ति की पहचान में काफी परेशानियां आती थीं। इस परेशानी से निजात पाने के लिए 'हेल्प मी डियर' तैयार किया गया है। इस ऐप पर पीड़ित व्यक्ति की फोटो अपलोड करनी होती है। इस एेप को इस्तेमाल कर रहा व्यक्ति फोटो से संबंधित व्यक्ति को पहचान लेगा। पहचानकर्ता को ऐप के जरिए यह जानकारी मिल जाएगी कि पीड़ित की फोटो कब और कहां अपलोड की गई है। इस तरह वह आसानी से संबंधित व्यक्ति से संपर्क कर सकता है।