Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 Jul, 2019 03:48 PM
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भारी बारिश और जलभराव के कारण दशकों से मासूमों के काल के रूप में उभरी इंसेफेलाइटिस बीमारी बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। देवरिया जिला इंसेफेलाइटिस बीमारी की चपेट में करीब 3-4 दशकों से जूझ रहा है।
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भारी बारिश और जलभराव के कारण दशकों से मासूमों के काल के रूप में उभरी इंसेफेलाइटिस बीमारी बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। देवरिया जिला इंसेफेलाइटिस बीमारी की चपेट में करीब 3-4 दशकों से जूझ रहा है। अब तक इस बीमारी से हजारों मासूम बच्चें असमय ही काल के गाल में समा चुके हैं। बीमारी के बाद जो बच्चे बचे हैं उनमें से कुछ शारीरिक अक्षमता के शिकार बताए जा रहे हैं।
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आर के श्रीवास्तव ने शनिवार को एक न्यूज एजेंसी को बताया कि जल जमाव, गंदगी, शुद्ध पेयजल का अभाव और मच्छर इंसेफेलाइटिस बीमारी के कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बचाव ही इस बीमारी का निदान है। बच्चों को पूरे आस्तीन का पैन्ट और पूरे बाजू का शटर् पहनाना चाहिए। जिससे की मच्छर ना काट सके। इसके अलावा पानी को उबालकर पीएं। बच्चों और बड़े को खाने से पहले साबुन से हाथ धोकर ही भोजन करें। मच्छरदानी का प्रयोग करने के साथ अपने आसपास पानी को जमा न होने दे। जमे पानी में जला मोबिल या मिट्टी का तेल डाले। जिससे की जमे पानी में मच्छर पैदा ना हो।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि अपने घर तथा आसपास सरकारी कर्मचारी से मच्छर रोधी दवा का छिड़काव करावे व अपने आसपास साफ सफाई का विशेष ध्यान दे। उन्होंने बताया कि सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग के लाख प्रयास के बाद इधर 1-2 बर्षो में इस बीमारी पर कुछ रोकथाम तो लगी है। प्रदेश सरकार के दस्तक कार्यक्रम के तहत लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक कर रही है।