Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Jun, 2019 04:26 PM
लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार के बाद फ्री हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब अधिकारियों के पेंच कसने शुरू कर दिए हैं। बुधवार को कानून व्यवस्था की बैठक के बाद गुरुवार को सीएम ने प्रदेश के सभी सीएमओ को तलब किया।
लखनऊः लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार के बाद फ्री हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब अधिकारियों के पेंच कसने शुरू कर दिए हैं। बुधवार को कानून व्यवस्था की बैठक के बाद गुरुवार को सीएम ने प्रदेश के सभी सीएमओ को तलब किया।
इस दौरान सीएम ने खस्ताहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को ठीक करने के निर्देश देते हुए कहा कि अस्पतालों में सभी दवाइयां हर समय उपलब्ध हो। उन्होंने एंबुलेंस और शव वाहनों की सर्विस और अच्छी करने की हिदायत दी। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में 13 और नए मेडिकल काॅलेज खुल रहे हैं। इससे 700 डाॅक्टर यूपी को मिलेंगे। साथ ही उन्होंने कहा सरकार ने 67 फीसदी मृत्यु दर को कम किया है। पिछले 15 सालों से पटरी उतरी स्वास्थ्य सेवाएं फिर पटरी पर आई हैं। बता दें कि, लोकभवन में हुई इस बैठक में सभी जिलों के सीएमओ, मंत्री महेंद्र सिंह और स्वाति सिंह मौजूद रहीं।
इससे पहले सीएम ने कानून-व्यवस्था पर बैठक कर डीएम को निर्देशित किया कि वह प्रतिदिन 1 घंटा फील्ड में निकलकर निरीक्षण करें। जिसके चलते 15 से 20 जून तक बड़े अधिकारी निरीक्षण करेंगे। जिले के बड़े अधिकारी अलग-अलग जिलों में जाएंगे। यहां वह डिस्टिक अस्पताल, तहसील और गांव में जाकर भौतिक सत्यापन करेंगे। वहीं 20 जून को सभी चीफ सेक्रेटरी के माध्यम से सीएम को रिपोर्ट सौपेंगे। 20 जून के बाद सीएम खुद मंडलों का निरीक्षण करेंगे।