Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 08 Jan, 2021 06:58 PM
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज कहा कि प्रत्येक जिले के आंगनवाड़ी केन्द्रों में शिक्षा एवं आरोग्य के कार्यक्रम चलाये जाने चाहिये। इस कार्य में भारत सरकार एवं राज्य सरकार
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज कहा कि प्रत्येक जिले के आंगनवाड़ी केन्द्रों में शिक्षा एवं आरोग्य के कार्यक्रम चलाये जाने चाहिये। इस कार्य में भारत सरकार एवं राज्य सरकार आर्थिक मदद दे रही है। आवश्यकता है इस कार्य में प्रत्येक गांव के सम्भ्रांत नागरिकों, जनप्रतिनिधियों तथा सम्पन्न वर्ग को जोड़ने की।
राज्यपाल ने आज चिनहट विकास खण्ड, लखनऊ के शाहपुर प्राथमिक विद्यालय स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र पर कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा उपलब्ध कराये गये बच्चों को खेलकूद एवं पठन सामग्री तथा गर्भवती महिलाओं हेतु पौष्टिक आहार वितरण के लिये आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं। बड़े होकर ये ही देश के सजग प्रहरी बनेंगे। इसलिए इन्हें बचपन से ही उचित शिक्षा, दीक्षा एवं पौष्टिक आहार दिया जाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में दी जाने वाली सामग्री डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ से सम्बद्ध 26 इंजीनियरिंग कालेजों के सहयोग से प्राप्त की गयी है, जिसका वितरण आज किया जा रहा है। आज के दिन 40 आंगनवाड़ी केन्द्रों को खेलकूद, पठन-पाठन एवं पौष्टिक आहार वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों में खिलौनों के प्रति आकर्षण होता है। अत: वे खेल-खेल में पढ़ना सीखेंगे तथा प्रेरक कहानियों के माध्यम से उन्हें शिक्षा व संस्कार दोनों प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों में नशे की प्रकृति भी बढ़ रही है। हमें अपने बच्चे की गतिविधियों पर भी ध्यान देना चाहिये अन्यथा कुसंगति में पड़कर उनका भविष्य खराब हो सकता है। इसी प्रकार बच्चियों, किशोरियों तथा गर्भवती महिलाओं के लिये भी खान-पान व शिक्षा-दीक्षा में किसी भी प्रकार से भेदभाव नहीं करना चाहिये। बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं हैं। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं के लिये सरकार द्वारा दिये जा रहे 5000 रूपये की जानकारी लेते रहें।