Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Oct, 2020 05:18 PM
पुलिस ने बिटिया के घर की घेराबंदी कर रखी है। किसी को निकले नहीं दिया जा रहा है। आज उसका एक भाई खेतों के रास्ते पुलिसकर्मियों से नजर बचाते और छिपते छिपाते हुए जैसे तैसे गांव के बाहर मीडियाकर्मियों के पास आया और उसने यह दास्तान बताई।
हाथरस: यूपी पुलिस का एक बार फिर असंवेदनशील चेहरा देखने को मिला है। पुलिस ने बिटिया के घर की घेराबंदी कर रखी है। यहां तक कि किसी को निकलने नहीं दिया जा रहा है। आज उसका एक भाई खेतों के रास्ते पुलिसकर्मियों से नजर बचाते और छिपते छिपाते हुए जैसे-तैसे गांव के बाहर मीडियाकर्मियों के पास आया और उसने यह दास्तान बताई। बताया कि हमारे परिवार को डराया धमकाया जा रहा है। उसने सन्देश दिया कि उसकी भाभी मीडिया से मिलना चाहती है और कल डीएम ने उसके ताऊ की छाती पर लात मारी थी। वह बात कर रहा था कि इसी बीच पुलिसवालों की नजर उस पर पड़ गयी और वह वहां से खेत के रास्ते डरते भागते हुए घर निकल गया। पीड़िता के भाई ने बताया कि डीएम ने उसके भी छाती पर लात मारी है जिसकी वजह से उसे बहुत दर्द हो रहा है। हमारा माेबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिया है जिससे हम किसी से बात तक नहीं कर सकते।
खेताें से भागते हुए मीडियावालाें के पास पहुंचा पीड़ित का चचेरा भाई। इस दाैरान यहां तैनात एक पुलिसकर्मी ने उसे देख लिया आैर उसपर चिल्लाया। जब मीडियावालाें ने उससे पूछा कि आप क्याें चिल्ला रहे हाे। ताे उसने कैमरे के सामने कुछ भी बाेलने से इनकार कर दिया।
गाैरतलब है कि हाथरस जिले के चंदपा थाने के गांव में 14 सितंबर में दलित लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। इसके साथ ही उस पर जानलेवा हमला किया गया। इसके बाद पीड़िता को अलीगढ़ में इलाज के लिए भेजा गया और वहां हालात बिगड़ने पर उसे बीते सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भेजा गया। लेकिन अफसोस, यहां भी उस पीड़िता को बचाया नहीं जा सका और मंगलवार सुबह उस लड़की ने दम तोड़ दिया। इसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।