Edited By Ramkesh,Updated: 15 Nov, 2020 01:14 PM
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में लघु सिचाई विभाग ने मनरेगा कनवरजेंस में पैसठ चेकडैम की सिल्ट सफाई में सात माह में 45 लाख से अधिक की धनराशि खर्च कर डाली मगर लक्ष्य के विरुद्ध मात्र तेरह फीसदी मानव दिवस सृजित किये गये ।
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में लघु सिचाई विभाग ने मनरेगा कनवरजेंस में पैसठ चेकडैम की सिल्ट सफाई में सात माह में 45 लाख से अधिक की धनराशि खर्च कर डाली मगर लक्ष्य के विरुद्ध मात्र तेरह फीसदी मानव दिवस सृजित किये गये । इससे आसपास मजदूरों को कोई लाभ नही मिल पा रहा है। जिससे आज भी मजदूर काम के लिये दर दर की ठोकरे खा रहा है।
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए) के परियोजना निदेशक चित्रसेन ने आज कहा कि लघु सिचाई विभाग ने मनरेगा कनवरजेंस मे विभाग ने 109 कार्यो का प्रस्ताव रखा था। जिसमे 2,67,773 मानव दिवस सृजित करने थे मगर सात माहमें विभाग ने केवल 33,641 मानव दिवस सृजित किये यानी कि केवल तेरह फीसदी मजदूरों को काम मिला जब कि कोरोना काल में मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा काम देना था। विभागीय लापरवाही के चलते मजदूर काम के लिये दर दर भटक रहा है। लघु सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एसपी राम ने कहा कि 109 चेकडैम में सिल्ट सफाई के लिये काम का अनुमोदन किया गया था मगर अभी तक 65 चेकडैम में काम कराया जा रहा है।