Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Apr, 2018 05:20 PM
एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बेची बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देते हुए बेटियों को आगे बढ़ने की शिक्षा देते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग पीएम के इस नारे पर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं...
शाहजहांपुरः एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बेची बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देते हुए बेटियों को आगे बढ़ने की शिक्षा देते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग पीएम के इस नारे पर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला शाहजहांपुर जिले का है। जहां एक कलयुगी पति ने तीसरी बेटी पैदा होने पर अपनी पत्नी के दोनों हाथ तोड़ डाले।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मामला थाना सिंधौली के बवरा गांव का है। यहां की रहने वाली रेखा देवी का ससुराल द्वारा बेहद प्रताड़ित हुई है। पीड़िता का कहना है कि उसकी शादी 8 साल पहले ग्राम बवरा निवासी शैलेन्द्र से हुई थी। उसकी शादी में उसके पिता ने काफी दहेज भी दिया था, लेकिन ससुरालवाले आए दिन फिर भी उसे प्रताड़ित करते थे।
तीसरी बेटी को दिया जन्म
दरअसल, पीड़िता ने 8 दिन पहले तीसरी बेटी को जन्म दिया है। जिसके बाद ससुरालवालों का सित्तम और बढ़ गया है। ससुराल वाले आए दिन दहेज की मांग करते हैं। इतना ही नहीं उसे मारते पीटते भी हैं। बताया जा रहा है कि बेटी के पैदा होने के बाद सास, ससुर और नन्द ने उसको एक कमरे में बंद कर दिया।
पीड़िता का चल रहा इलाज
पीड़िता के मुताबिक सबने बंधक बनाकर उसे इतना बेरहमी से पीटा जिससे उसके दोनों हाथ टूट गए और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। 2 दिन पहले जब पीड़िता की हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसके पिता उसे लेकर निजी नर्सिग होम पहुंच गए और इलाज कराया।
क्या कहती है पुलिस
इस मामले में एएसपी ग्रामीण सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि महिला ने थाने मे तहरीर दी। जिसमे उसने पति और ससुरालियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की तहरीर दी है। तहरीर मे बूटियां पैदा होने पर भी मारपीट का जिक्र है। महिला की पिटाई होने से उसके हाथ भी टूट गए है। मामले मे मुकदमा दर्ज कर जांच की जांच की जा रही है।