Edited By Deepika Rajput,Updated: 01 Aug, 2019 03:22 PM
लोकसभा में गुरुवार को सरकार के लिए उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई जब सदन के वरिष्ठ सदस्य और सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान अचानक सरकार से सवाल किया कि अनावश्यक ...
नयी दिल्ली/लखनऊः लोकसभा में गुरुवार को सरकार के लिए उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई जब सदन के वरिष्ठ सदस्य और सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान अचानक सरकार से सवाल किया कि अनावश्यक रूप से संसद का सत्र बढ़ाकर पैसा किस लिए बर्बाद किया जा रहा है।
सपा नेता ने कहा कि कोई बड़ा काम लंबित नहीं है और ना ही उन्हें कोई ऐसी आवश्यकता नजर आ रही है कि सदन का समय बढ़ाया जाए, लेकिन सरकार बिना वजह सदन का समय और पैसा बर्बाद कर रही है। इसलिए उसे बताना चाहिए कि संसद सत्र बढ़ाने की असली वजह क्या है। संसद का सत्र बढ़ाना इस समय अनावश्यक, असंवैधानिक और गलत है। ऐसा लगता है कि सत्र की अवधि बढ़ाकर सरकार निश्चितरूप से किसी साजिश के तहत सबका पैसा और समय बर्बाद कर रही है। इसके पीछे उसका क्या छिपा एजेंडा है यह बताया जाना चाहिए।
संसदीय मामलों के राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि सरकार जनता के हित में काम कर रही है और सरकार ने सत्र की अवधि विपक्ष की मांग पर ही बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग 100 दिन सत्र चलाने की मांग करते हैं, उसी के तहत यह कदम उठाया गया है।