Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 17 Sep, 2018 06:34 PM
उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक पदोन्नति तथा अपनी अन्य मांगों के समर्थन में आगामी एक अक्तूबर को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ, उत्तर प्रदेश की ओर से आज यहां जारी एक बयान के अनुसार संगठन से जुड़े प्रदेश के सभी...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक पदोन्नति तथा अपनी अन्य मांगों के समर्थन में आगामी एक अक्तूबर को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ, उत्तर प्रदेश की ओर से आज यहां जारी एक बयान के अनुसार संगठन से जुड़े प्रदेश के सभी 15,000 सरकारी डॉक्टर अपनी मांगों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता पर विरोध प्रकट करते हुए आगामी एक अक्टूबर को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।
संगठन के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार यादव ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सेवाओं में खामियों के लिए सरकारी डॉक्टरों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि उनका कोई कुसूर नहीं होता। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों पर पहले ही काम का बोझ रहता है, फिर भी उनके साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जल्द 18 सूत्री मांगपत्र सौंपा जाएगा।
संगठन की मांगों में समयबद्ध पदोन्नति, नॉन प्रैक्टिस भत्ता, विशेषज्ञों को मिलने वाले भत्ते तथा गांवों में सेवाएं दे रहे हैं चिकित्सकों को विशिष्ट भत्ता दिया जाना प्रमुख हैं।