Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 01:16 PM
एक तरफ जहां उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां जनता को रिझाने में लगी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ गोरखपुर के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। दरअसल जिले के सहजनवा विधानसभा क्षेत्र के पिपरौली विकासखंड ग्राम नगवा के ग्रामीणों ने ''''रोड नहीं तो वोट...
गोरखपुरः एक तरफ जहां उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां जनता को रिझाने में लगी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ गोरखपुर के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। दरअसल जिले के सहजनवा विधानसभा क्षेत्र के पिपरौली विकासखंड ग्राम नगवा के ग्रामीणों ने ''रोड नहीं तो वोट नहीं'' का झंडा बुलंद करते हुए लोकसभा उपचुनाव का बहिष्कार कर दिया है। गांव के लोगों ने अपने गांव के हर घर पर, हर पेड़ पर, हर दरवाजे पर, इस स्लोगन का एक पोस्टर चस्पा कर अपनी मंशा का खुलासा किया है। जिसके बाद प्रशासन की नींद हराम हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है वह लगातार अपने गांव में सड़क बनाए जाने की मांग करते रहे, लेकिन कोई नहीं सुना। आज वक्त आ गया है, जब वह अपनी बात को प्रशासन तक मजबूती से पहुंचाए। ग्रामिणों ने इसके लिए लोकसभा उपचुनाव का विरोध करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गांववासी किसी भी सूरत में वोट नहीं डालेंगे। जिला प्रशासन का अगर कठोर आश्वासन नहीं मिलता है तो हम मतदान में भाग नहीं लेंगे।
गांव के प्राथमिक विद्यालय की हेड मास्टर मालती देवी ने भी इस बात का तस्दीक किया है कि गांव में गंदगी अपार है। तो सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है। उनकी कोई सुनता नहीं। इसलिए चुनाव में इस मुद्दे को उठा कर प्रशासन को गांव की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराया है। मुख्यमंत्री का जिला होने से लोग यह उम्मीद लगाए बैठे थे कि उनके गांव की सड़क नाली सब दुरुस्त हो जाएगी, लेकिन यह गांव वाले मुख्यमंत्री को भी अब झूठा करार दे रहे हैं। वह कह रहे हैं कि बाबा मंच से विकास की बात कर रहे हैं, लेकिन यह विकास कहीं दिखाई नहीं दे रहा। गांव को शहर बनाने की बात कोई क्या करेगा। प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी गांव की दुर्दशा से बेहद परेशान हैं। उनके आने-जाने के लिए भी अच्छी सड़क नहीं है तो प्राथमिक स्कूल के आस-पास ही गंदगी का अंबार है।
इसी बीच इलाहाबाद के लखनपुर में भई जनता द्वारा चुनाव का बहिष्कार करने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है फूलपुर संसदीय क्षेत्र में जनता द्वारा चुनाव का बहिष्कार करने के कारण सुबह से मात्र 3 वोट ही पड़े हैं।