Edited By Deepika Rajput,Updated: 30 May, 2018 02:02 PM
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के जिला प्रशासन ने निपाह वायरस से बचाव के लिए एडवायजरी जारी की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इस मौसम में पेडों से गिरे फल, सब्जियां सीधे खाने के साथ सुअर आदि के मांस से भी परहेज करना चाहिए। खजूर की खेती करने वाले लोग...
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के जिला प्रशासन ने निपाह वायरस से बचाव के लिए एडवायजरी जारी की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इस मौसम में पेडों से गिरे फल, सब्जियां सीधे खाने के साथ सुअर आदि के मांस से भी परहेज करना चाहिए। खजूर की खेती करने वाले लोग इस संक्रमण के चपेट में जल्दी आते हैं। चमगादड़ और सुअर से दूर रहे। प्रभावित देशों की यात्रा न करें। संक्रमित रोगी एवं जानवरों के पास बिना सुरक्षा उपाय के न जाए। फलों या सब्जियो पर यदि जानवरों के खाए जाने के निशान हो तो ऐसी सब्जियां व फल न खरीदे।
बता दें कि, वायरस पहली बार 1998 में मलेशिया की निपाह प्रांत में सामने आया था। इसी कारण इसका नाम निपाह वायरस रखा गया। भारत में सबसे पहले 2001 में सिलीगुडी और 2007 मे नादिया में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। इसमें फ्रुट बैट सबसे खतरनाक चमगादड़ होता है।