Edited By Deepika Rajput,Updated: 24 Dec, 2018 09:30 AM
भारी-भरकम सोने के गहने पहनने के कारण चर्चा में रहने वाले गोल्डन बाबा को जूना अखाड़े ने निष्कासित कर दिया है। उनपर अखाड़े के संविधान का उल्लघंन और मेले के आला अधिकारियों के साथ गलत शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगा है।
प्रयागराजः भारी-भरकम सोने के गहने पहनने के कारण चर्चा में रहने वाले गोल्डन बाबा को जूना अखाड़े ने निष्कासित कर दिया है। उनपर अखाड़े के संविधान का उल्लघंन और मेले के आला अधिकारियों के साथ गलत शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगा है।
संतों की महासभा ने रविवार को गोल्डन बाबा को अखाड़े से निष्कासित करने की कार्रवाई की है। इसके अलावा महासभा ने 4 अन्य पदाधिकारियों को भी निष्कासित कर उनके सभी अधिकार छीन लिए हैं। इनमें श्रीमहंत देवेंद्र पुरी, श्रीमहंत थानापति शिव ओम पुरी, थानापति मनोहर पुरी और सन्यासिनी श्रीमहंत पूजा पुरी के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही महासभा ने गोल्डन बाबा की जगह श्रीमहंत केदारपुरी को रमता पंच बनाया है। वहीं थानापति मनोहर पुरी की जगह भोला पुरी को जिम्मेदारी दी गई है।
इससे पहले गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़ा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि अखाड़े में महिला संतों को तो सुविधा मिल जाती है, लेकिन अन्य संतों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि सरकार कुंभ में संतों को सुविधा देने की बात कर रही है, लेकिन हमें अभी तक पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं हो पाई है। इसलिए अगर हमें अपना शिविर लगाने की जगह नहीं मिलती है तो हम कुंभ से जाने के लिए बाध्य होंगे।