Edited By Ruby,Updated: 01 Jul, 2018 05:00 PM
सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलेें आए बढ़ती दिखाई दे रही हैं। दरअसल गायत्री पर शनिवार को एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर एक स्थानीय ठेकेदार ने कमिशन के लिए धमकी देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने वाराणसी के...
लखनऊः सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलेें आए दिन बढ़ती दिखाई दे रही हैं। दरअसल गायत्री पर शनिवार को एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर एक स्थानीय ठेकेदार ने कमिशन के लिए धमकी देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने वाराणसी के दशाश्वमेध थाने में गायत्री के खिलाफ धारा 384 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
ठेकेदार अरविंद का आरोप है कि सोनभद्र के बालू खनन के टेंडर से जुड़े एक मामले में प्रजापति के नाम से उनके मोबाइल पर 9 जून को कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं गायत्री प्रसाद प्रजापति बोल रहा हूं। लखनऊ जेल में आकर मिलो और टेंडर का कमीशन दे जाओ। कमीशन ना देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई। अरविंद की शिकायत पर दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी ओपी सिंह को पत्र भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई।
वहीं मामला मीडिया में आने से दशाश्वमेध थाने की पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में अरविंद को बुलाकर उनकी तहरीर पर गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ रंगदारी मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। गौरतलब है कि साल 2017 में 18 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके छह अन्य साथियों पर राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में गैंगरेप, जानमाल की धमकी और पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। इस मामले में एक महिला ने गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर गैंगेरप का आरोप लगाया था। तब से वह जेल में बंद हैं।