Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Feb, 2020 11:10 AM
मौजूदा हालात में जब हिंदू और मुस्लिम तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है ऐसे में उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को...
उन्नावः मौजूदा हालात में जब हिंदू और मुस्लिम तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है ऐसे में उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिली। जहां एकलौती बहन की शादी के लिए मन्नत मांगे मुस्लिम भाई ने मन्नत पूरी होने पर भागवत कथा करवाई।
बता दें कि मामला सफीपुर के ओसिया गांव की है। जहां घर-घर जाकर चूड़ी बेचने वाले सलामुद्दीन ने चार साल पहले गांव के जंगलेश्वर मंदिर में एकलौती बहन नगीना की शादी के लिए मन्नत मांगी थी। इसके बाद सलामुद्दीन की बहन की शादी हो गई। लेकिन आर्थिक कारणों के चलते सलामुद्दीन अपनी मन्नत को पूरा नहीं कर पा रहा था। सलामुद्दीन ने पैसे जोड़कर शादी के चार साल बाद जंगलेश्वर मंदिर में नौ दिन तक भागवत कथा सुनी और भंडारे का आयोजन किया। भंडारे के बाद भागवत कथा का समापन हुआ। इस भागवत कथा कार्यक्रम में हिन्दू के साथ ही मुस्लिमों ने भी शिरकत की।
कथावाचक ने कही ये बात
कथावाचक कृष्ण कुमार शुक्ला ने बताया कि सलामुद्दीन ने कथा करवाई थी। शुक्ला ने बताया कि इन्होंने चार साल पहले मन्नत मांगी। उनकी आस्था बन गई। वहीं सलामुद्दीन ने बताया कि हमने बहन की शादी की मन्नत मांगी थी। इसलिए बाबा के आशीर्वाद से मेरी बहन की शादी सफल हुई है। मन्नत को पूरी करने के लिए भागवत व भंडारा करवाया है।