Edited By Deepika Rajput,Updated: 01 Jan, 2019 09:53 AM
दुनियाभर में जश्न मनाकर लोगों ने नववर्ष का स्वागत किया, लेकिन धर्म की नगरी काशी में नए साल के पहले दिन का आगाज गंगा आरती और देवालयों में हाजिरी के साथ हुआ।
वाराणसीः दुनियाभर में जश्न मनाकर लोगों ने नववर्ष का स्वागत किया, लेकिन धर्म की नगरी काशी में नए साल के पहले दिन का आगाज गंगा आरती और देवालयों में हाजिरी के साथ हुआ।
नववर्ष के दिन की शुरुआत काशी के लोगों ने तड़के सुबह गंगा आरती के साथ की। अस्सी घाट पर भोर की गंगा आरती में श्रद्धालु और पर्यटक काफी संख्या में जुटे।
नए साल का स्वागत मां गंगा की आराधना, घंट, घड़ियाल और आरती की ज्योत के साथ किया गया।
वहीं वर्ष के पहले दिन सूरज की पहली किरण का नजारा लेने भी गंगा घाटों पर लोग जुटे।
क्षितिज पर जब नारंगी सूरज की आभा ने दस्तक दी तो सभी के चेहरे खिल उठे।
कड़ाके की ठंड के बावजूद काशी के देवालयों खासकर संकटमोचन मंदिर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा।
मंगलवार और वर्ष का पहला दिन होने के चलते सभी ने अपने इष्ट देवता को पूजने और अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना भी की।