Edited By Ruby,Updated: 28 Aug, 2018 06:46 PM
उत्तर प्रदेश सरकार ने आज कहा कि राज्य की नौकरशाही पर उसका पूरा नियंत्रण है और अगर किसी अधिकारी ने जन प्रतिनिधि का अपमान या उपेक्षा की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा,‘‘सरकार का नौकरशाही पर पूरा...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने आज कहा कि राज्य की नौकरशाही पर उसका पूरा नियंत्रण है और अगर किसी अधिकारी ने जन प्रतिनिधि का अपमान या उपेक्षा की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा,‘‘सरकार का नौकरशाही पर पूरा नियंत्रण है। हम किसी को बचाने नहीं खड़े हैं। अगर कोई जन प्रतिनिधि किसी अधिकारी द्वारा उपेक्षा या अपमान की शिकायत करता है तो हम कार्रवाई अवश्य करेंगे , चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों ना हो।
इससे पहले बसपा के सुखदेव राजभर ने अधिकारियों पर जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से इस संबंध में कोई ठोस व्यवस्था देने को कहा। नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने भी कहा कि अधिकारी जन प्रतिनिधियों की सुनने को तैयार नहीं हैं। नौकरशाही हावी है ।
विपक्ष चाहता था कि इस विषय पर अलग से चर्चा करायी जाए लेकिन अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इसे स्वीकार नहीं किया। सपा के आजम खां ने कहा कि नौकरशाही द्वारा जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा किए जाने की बात सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी स्वीकार की है इसलिए यह भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास है। उनकी इस बात का हालांकि खन्ना ने खंडन किया ।