Edited By Deepika Rajput,Updated: 01 Nov, 2018 10:29 AM
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नवाब कोकब हमीद का बुधवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। हमीद के पुत्र नवाब अहमद ने बताया कि उनके पिता पिछले करीब 5 साल से बीमार चल रहे थे। रालोद नेता ने बागपत स्थित अपने...
बागपतः राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नवाब कोकब हमीद का बुधवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। हमीद के पुत्र नवाब अहमद ने बताया कि उनके पिता पिछले करीब 5 साल से बीमार चल रहे थे। रालोद नेता ने बागपत स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। करीब 35 वर्ष तक हमीद पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहे।
निधन की खबर मिलते ही आवास पर उनके समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया जो देर रात तक जारी रहा। आस-पास के जिलों से भी लोग अपनी शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष चौधरी सुखबीर सिंह गठीना ने बताया कि उन्होंने बागपत में हिंदू मुस्लिम एकता की नींव मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। पूर्व मंत्री के शव को गुरुवार दोपहर बाद सुपुर्द-ए-खाक के लिए बागपत के कब्रिस्तान में ले जाया जाएगा।
कौन हैं पूर्व मंत्री नवाब कौकब हमीद
यूपी की राजनीति के खास चेहरों में से एक 65 वर्षीय हमीद वर्ष 1985 में बागपत सीट से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए थे। साल 2012 का आखिरी चुनाव बागपत सीट से उन्होंने रालोद के टिकट पर लड़ा, लेकिन वह बसपा की हेमलता चौधरी से हार गए थे। रालोद में रहते हुए वे 3 बार मंत्री बने और वे सूबे के पर्यटन मंत्री भी रहे।