Edited By Umakant yadav,Updated: 29 Sep, 2020 06:01 PM
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) हिंदी (Hindi) उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी (Literature award committee) अपने 28 वें अंतररष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन (International Literary Conference) के उद्घाटन के पहले यूपी के पूर्व राज्यपाल राम नाईक..
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) हिंदी (Hindi) उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी (Literature award committee) अपने 28 वें अंतररष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन (International Literary Conference) के उद्घाटन के पहले यूपी के पूर्व राज्यपाल राम नाईक (Former Governor Ram Naik) को ‘साहित्य शिरोमणि' (Sahitya Shiromani) पुरस्कार से सम्मानित करेगी। समारोह के विशिष्ट अतिथि, हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार समीर अनजान नाईक को पुरस्कार देंगे। यह सम्मान उनकी संस्मरणात्मक मराठी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!' के लिए जिसका अनुवाद 10 भाषाओं में हुआ है और अतिरिक्त द्दष्टीहीन दिव्यांगो के लिए ब्रेल लिपि में हिंदी, मराठी और अंग्रेजी ऐसी तीन भाषाओं में भी हुआ है के लिए दिया जा रहा है।
आगामी आठ से 12 अक्टूबर तक पांच दिन होने वाले सम्मेलन का प्रारंभ आठ अक्टूबर को मुंबई में नाईक को सम्मान के साथ होगा। नौ अक्टूबर से आगे के चार दिनों के सभी कार्यक्रम लखनऊ में होंगे। सम्मलेन रघुपति सहाय फिराक 28वां अंतररष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन' नाम से होगा। समिति के महासचिव एड. अतहर नबी ने आज यहां कहा कि सम्मेलन की अध्यक्षता हमदर्द विश्वविद्यालय दिल्ली के कुलपति एहतिशाम हसनैन करेंगे। भजन गायक अनुप जलोटा को भी सम्मेलन में 12 अक्टूबर को ‘बेगम अख्तर पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। ‘सांस्कृतिक संध्या' में अनुप जलोटा और मिथिलेश लखनवी ‘फिराक गोरखपुरी की गजलें और नज्म पेश करेंगे।
इस के अतिरिक्त चार दिन में फिराक गोरखपुरी के ‘साहित्य और व्यक्तित्त्व' पर चर्चा होगी। चर्चा में देश के हिंदी और उर्दू साहित्यकार भी अपने विचार रखेंगे। सम्मलेन में पद्मभूषण से सम्मानित प्रोफेसर गोपीचंद नारंग नौ अक्टूबर को फ़िराक गोरखपुरी पर अपना व्याख्यान देंगे।