Edited By Ajay kumar,Updated: 25 Jun, 2020 02:15 PM
पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ गुरुवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पार्टी विधायकों के साथ अपने आवास के सामने धरने पर बैठ गए।
लखनऊ: पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ गुरुवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पार्टी विधायकों के साथ अपने आवास के सामने धरने पर बैठ गए। इससे पहले ओमप्रकाश राजभर अपने विधायक के साथ साइकिल से विधानसभा जाना चाह रहे थे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस बीच पुलिस से नोकझोंक भी हुई। विधायक विधानसभा जाने पर अड़े हैं।
अपने आवास पर धरने पर बैठे राजभर
पुलिस से कुछ देर की नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें शहर में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया। इसके बाद इनके ज्ञापन को ले लिया गया। राजभर वापस लौट कर अपने आवास पर धरने पर बैठ गए।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को रोके सरकार: राजभर
इस दौरान राजभर ने केंद्र सरकार से मांग की कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को रोका जाए। राजभर ने कहा कि डीजल की कीमत बढऩे से किसानों की आमदनी पर फर्क पड़ रहा है। खेती के काम में भी महंगाई झेलनी पड़ रही है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि तत्काल इस पर संज्ञान ले।
गौरतलब है कि इससे पहल राजभर ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा पिछली सरकारों में बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर बीजेपी के नेता खूब ढ़ोल पीट रहे थे, अब इन लोगों को सांप सूंघ गया है क्या?
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की प्रमुख मांगे-
- पिछड़ों दलितों अल्पसंख्यकों की हत्याओं एवं उत्पीडऩ रोका जाय।
- डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमत को तत्काल वापस लिया जाए।
- बेरोजगार नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराए जाएं।
- किसानों को खाद, बीज व कीटनाशक दवाएं उचित मूल्य पर उपलब्ध कराई जाए।
- किसानों को उनकी उपज पर समर्थन मूल्य दिलाना सुनिश्चित किया जाए।
- छोटे व मझोले किसानों, दुकानदारों, व्यापारियों का कर्ज एवं बिजली का बिल माफ किया जाए।
- लॉकडाउन के कारण गरीब किसान व मजदूरों की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो गई इसलिए बच्चों से अप्रैल मई व जून की फीस की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा किया जाए।
- भाजपा सरकार का गायों के संबंध में निर्णय से पशु आवारा घूमा करते हैं। गौशालाओं की व्यवस्था सही नहीं है। किसानों को इससे बड़ी क्षति हो रही है। आवारा पशुओं के रख रखाव का समुचित ढंग से व्यवस्था किया जाए।
- गांव में बिजली का बिल फर्जी तरीके से हजारों रुपये का आ गया है उसको तत्काल माफ किया जाए।