Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Nov, 2018 01:16 PM
बिहार की राजधानी पटना में पुलिस की गुंडागर्दी देखने को मिली है। जहां इलाज के दौरान महिला सिपाही की मौत हो जाने पर पुलिस लाइन में हंगामा मच गया। सिपाहियों ने अधिकारियों पर बीमार महिला सिपाही को छुट्टी ना देने का आरो...
लखनऊः बिहार की राजधानी पटना में पुलिस की गुंडागर्दी देखने को मिली है। जहां इलाज के दौरान महिला सिपाही की मौत हो जाने पर पुलिस लाइन में हंगामा मच गया। सिपाहियों ने अधिकारियों पर बीमार महिला सिपाही को छुट्टी ना देने का आरोप लगाया और उनकी दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई की। इस घटना को लेकर यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि पटना की यह घटना देश की पुलिस के लिए एक गलत संदेश है।
इतना ही नहीं सिंह ने कहा कि सिपाहियों के इस विरोध पर बिहार पुलिस के अधिकारियों को कड़ा एक्शन लेना चाहिए, जिससे एक नजीर पेश हो। उन्होंने कहा कि दोषी सिपाहियों को चिन्हित कर कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें बड़े अधिकारियों की भी लापरवाही है, क्योंकि ऐसी नौबत आनी ही नहीं चाहिए।
विक्रम सिंह इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने कहा कि जहां तक छुट्टी का सवाल है उसके लिए बड़े अधिकारियों को एक बेहतर माहौल बनाना चाहिए। अधिकारियों के लिए सिपाही उनके बच्चे की तरह होते हैं, लेकिन यह बात भी है कि पुलिस फोर्स के नियमावली के तहत लिखा हुआ है कि छुट्टी किसी का मौलिक अधिकार नहीं हो सकता। एक बार में 10 परसेंट लोगों को ही छुट्टी दी जा सकती है। अब इसमें कैसे सामंजस्य बैठाना है यह अधिकारियों का काम है। आज की घटना में बड़े अधिकारियों की भी गलती उजागर हो रही है।