Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Feb, 2019 11:49 AM
दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक और मानवता के समागम कुंभ मेले में पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं और तीसरे शाही स्नान पर नागा साधु संन्यासियों के जुलूस पर आसमान से...
कुंभ नगर(उप्र): दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक और मानवता के समागम कुंभ मेले में पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं और तीसरे शाही स्नान पर नागा साधु संन्यासियों के जुलूस पर आसमान से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इससे पहले मकर संक्रांति के पहले शाही स्नान के बाद मौनी अमावस्या के दूसरे सबसे बड़े शाही स्नान पर भी नागा साधु संन्यासियों और स्नानार्थियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई गई थी। हेलीकॉप्टर से चार चक्र में पुष्प वर्षा कराई गई।
संगम के ऊपर आसमान में लगातार चक्रमण करता हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को बरबस अपनी तरफ देखने को मजबूर करता रहा। जैसे जैसे तिमिर बेला पल-पल छंटता जा रहा था, भगवान भास्कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते जा रहे थे। सर्द हवाएं घाट पर रह-रह कर श्रद्धालुओं को तीर की तरह चुभो रही थीं, बावजूद इसके श्रद्धालुओं की आस्था की गठरी उनसे दूर नहीं हो रही थी। वे संगम में डुबकी लगाते जा रहे थे और पुष्प वर्षा होते देख आनंद उठाते जा रहे थे।
श्रद्धालु अपने को धन्य माना होगा जब स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा कर रहा था। वे सोचने पर मजबूर होंगे कि कुंभ तेरे कितने रूप-रंग। जो तुम्हारे पास नहीं आया वह पछताया। नागा सन्यासियों की फौज के संगम तट पर पहुंचते ही आसमान से हेलीकॉप्टर ने गुलाब, गेंदा और अन्य पुष्पों की पंखुडियों की वर्षा करना शुरू कर दिया। यह क्रम कई बार दोहराया गया। आसमान से पुष्प वर्षा होते देख श्रद्धालु चहक रहे थे। कई लोग पुष्प वर्षा के उस अछ्वुद नजारे को कैमरे में कैद करने का अवसर गवांना नहीं चाह रहे थे। कोई मोबाइल तो कुछ कैमरे में अविष्मरणीय पल को कैद कर रह थे।