Edited By Ramkesh,Updated: 05 Sep, 2020 01:54 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड में जीरो बजट खेती को प्रोत्साहित करने की वकालत करते हुए कहा कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड में जीरो बजट खेती को प्रोत्साहित करने की वकालत करते हुए कहा कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी व कृषि कार्य की लागत में कमी आएगी। जीरो बजट खेती का आशय है कि किसान जो भी फसल उगाएं उसमें खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल न करना पड़े। इसमें किसान रासायनिक खाद के स्थान पर मवेशियों के गोबर आदि से तैयार जैविक उर्वरक का इस्तेमाल करते हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भूमि सम्बन्धी विवादों को निस्तारित करने के लिए अभियान संचालित करने के निर्देश दिए और बुंदेलखण्ड क्षेत्र में पुराने तालाबों के जीर्णोद्धार की कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा। एक सरकारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने शुक्रवार शाम वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चित्रकूटधाम मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा की।
सीएम ने महोबा व हमीरपुर के जिला अस्पतालों को उच्चीकृत किए जाने तथा खनन निधि से प्राप्त राशि का अस्पताल बनाने में उपयोग किए जाने के निर्देश दिए। बयान के अनुसार उन्होंने बांध बनाकर केन-बेतवा नदियों में उपलब्ध जल का सिंचाई में उपयोग किए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने गौवंश की नस्ल सुधारने पर बल देते हुए कहा कि जीरो बजट खेती को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, किसानों की आय बढ़ेगी व कृषि कार्य की लागत में कमी आएगी।