Edited By Ajay kumar,Updated: 18 Jan, 2020 09:57 AM
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केन्द्र और राज्य सरकारों में किसान सबसे ज्यादा त्रस्त है जबकि द्योगपतियों के हितों को खासा ध्यान रखा जा रहा है।
लखनऊ- उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केन्द्र और राज्य सरकारों में किसान सबसे ज्यादा त्रस्त है जबकि द्योगपतियों के हितों को खासा ध्यान रखा जा रहा है। लल्लू ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2014 में केन्द्र की सत्ता में भाजपा के काबिज होने के बाद किसान आत्महत्या दर 45 प्रतिशत बढ़ी है और सरकारी आंकड़े के हिसाब से प्रतिदिन 35 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश और प्रदेश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या 2014 के बाद हुई, जिसकी तादाद पहले तीन साल में 12 हजार से अधिक है। कृर्षि विकास दर जो यूपीए सरकार के समय में औसत 3.6 प्रतिशत थी वह इस समय 1.9 प्रतिशत रह गयी है जो आजादी के बाद सबसे कम है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि यूपीए सरकार के समय ग्रामीण आय 17.6 प्रतिशत थी जो अब घटकर 6.6प्रतिशत रह गयी है जो चिन्तनीय है। उन्होने कहा कि कर्ज का दंश झेल रहे किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए कांग्रेस की यूपीए सरकार ने पूरे देश में 72 हजार करोड़ रूपये कर्ज माफ किया और दुगुने से ज्यादा किसानों को उपज का मूल्य दिया या जो अपने आप में रिकाडर् है जबकि भाजपा ने पूंजीपतियों का एक लाख तीस हजार करोड़ रूपये माफ किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सूबे में पहला कृषि विज्ञान केन्द्र वर्ष 1976 में सुलतानपुर में कांग्रेस शासनकाल में स्थापित हुआ था और क्रमश: कृषि विश्वविद्यालय और नुसन्धान केन्द्रों की पूरी प्रदेश में एक क्रमबद्ध श्रृंखला स्थापित की गई जिसमें कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज(फैजाबाद), चन्द्रशेखर आजाद कृषि विवि कानपुर, चौ चरण सिंह कृषि श्वविद्यालय मेरठ, गन्ना अनुसन्धान संस्थान लखनऊ, समेत दर्जनों जिलों में इस प्रकार के उन्नत केन्द्रों की न सिफर् स्थापना की गयी है।
लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री को लफ्फाजी बन्द करके जमीनी तौर पर कृषि विकास एवं उद्योग से सम्बन्धित संस्थानों को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सके और किसानों की दुश्वारियां कम हों तथा आत्महत्याएं रूक सकें।