Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Aug, 2018 07:08 PM
एक तरफ किसानों को लेकर प्रदेश सरकार हमदर्दी जताती है, वहीं दूसरी तरफ किसानों पर पूरे देश भर में जमकर सियासत हो रही है। बावजूद इसके किसान दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं। मामला भदोही का है। जहां कर्ज में डूबे एक किसान अपनी किडनी और एक आंख बेचने तक...
भदोहीः एक तरफ किसानों को लेकर प्रदेश सरकार हमदर्दी जताती है, वहीं दूसरी तरफ किसानों पर पूरे देश भर में जमकर सियासत हो रही है। बावजूद इसके किसान दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं। मामला भदोही का है। जहां कर्ज में डूबे एक किसान अपनी किडनी और एक आंख बेचने तक का ऐलान कर दिया है।
मामला डीघ ब्लाक के बेरासपुर गांव का है। यहां के रहने वाले शिव लोलारक तिवारी ने एम कॉम तक पढ़ाई की है। इतनी पढ़ाई के बाद भी वह बेरोजगार है। जिसके चलते उसने पुश्तैनी जमीन में खेती शुरू की। शिव का कहना है कि उसने अपने खेत में 2009 बोर कराया, लेकिन बिजली कनेक्शन और ट्रांसफार्मर के लिए रूपये नहीं जुटा पाया। जिसके चलते उसने कर्ज लेकर सामान्य योजना के तहत कनेक्शन लिया। इतना ही नहीं अप्रैल माह में ट्यूबबेल चलाने के लिए बिजली विभाग में 32 हजार रुपया ट्रांसफार्मर के लिए जमा कराया।
किसान ने बताया कि विभाग ने 78 हजार रुपए का इस्टीमेट बनाया था लेकिन योजना के तहत छूट मिलने के बाद किसान ने 32 हजार का भुगतान किया। इतनी दौड़ भाग के बाद भी बिजली विभाग से ट्रांसफार्मर नहीं मिला। उसने सोचा की खेती कर के सारा कर्ज चुका दूंगा, लेकिन इस बार उसकी फसल बर्बाद हो गई। जिसके चलते वह कर्ज के नीचे दब गया।
वहीं इससे परेशान होकर किसान ने सोशल मिडिया पर अपनी किडनी और एक आंख बेचने का वीडियो पोस्ट किया है। उनका कहना है कि अब उसके पास कोई रास्ता ही नहीं बचा है। बैंक का कर्ज और दुकानदारों का कर्ज, ऐसे में अब वह क्या करें।